पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष संभावित विधानसभा चुनावों से पहले एक बार फिर राजनीतिक हिंसा तेज होती दिखाई दे रही है। हाल ही में मुर्शिदाबाद जिले के रेजिनगर क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता की हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान प्रतिताब पाल के रूप में हुई है, जो रेजिनगर की नॉर्थ कॉलोनी में रहते थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले प्रतिताब पाल पर स्थानीय असामाजिक तत्वों ने हमला किया था, जिसमें उन्हें सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई थीं। इलाज के लिए उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार शाम उनकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और जांच जारी है।
घायल अवस्था में बोले थे हमलावरों के नाम
रेजिनगर ब्लॉक टीएमसी अध्यक्ष मंजुर शेख ने बताया कि प्रतिताब पाल पार्टी में बूथ अध्यक्ष थे और टोटो से घर लौटते समय उन पर हमला किया गया। हमलावरों ने तलवार से वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई। बताया गया कि प्रतिताब ने अंतिम क्षणों में कुछ हमलावरों की पहचान भी की थी।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा विधायक सुब्रत मैत्रा ने दावा किया है कि जुलाई महीने में टीएमसी के छह कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। उन्होंने कहा, “इन मामलों में कुछ जगहों पर टीएमसी के ही लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रेजिनगर में भाजपा की सांगठनिक स्थिति कमजोर है, ऐसे में उन पर आरोप लगाया जाना तर्कसंगत नहीं है। यह बेवजह पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है।”
भरतपुर में भी एक सप्ताह पहले हुई थी हत्या
कुछ दिन पहले मुर्शिदाबाद के ही भरतपुर क्षेत्र में टीएमसी के एक अन्य कार्यकर्ता षष्ठी घोष की भी हत्या कर दी गई थी। वह बुधवार रात घर लौटते समय सड़क पर घायल अवस्था में पाए गए थे। अस्पताल पहुंचाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार ने हत्या के पीछे पार्टी के अंदर गुटीय विवाद को जिम्मेदार ठहराया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, षष्ठी घोष का कुछ लोगों से रास्ते में विवाद हुआ था, जिसके बाद दो बाइकों पर सवार पांच लोगों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। स्थानीय लोगों के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही हमलावर फरार हो गए।
जांच जारी, पुलिस सभी पहलुओं को देख रही है
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोनों मामलों में जांच प्रारंभ कर दी गई है और हर संभावित पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। लगातार हो रही राजनीतिक हत्याओं ने जिले में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।