एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर द्वारा अमेरिका से भारत को दी गई परमाणु धमकी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस मामले पर मोदी सरकार को सिर्फ विदेश मंत्रालय के बयान से आगे बढ़कर राजनीतिक प्रतिक्रिया देनी चाहिए। संसद परिसर में मीडिया से बातचीत और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ओवैसी ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी।
ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तानी सेना प्रमुख की भाषा और धमकियां निंदनीय हैं। यह और भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा बयान अमेरिका की धरती से आया, जो भारत का रणनीतिक साझेदार है। वह एक सड़कछाप व्यक्ति की तरह बोल रहे हैं। पाकिस्तान की सेना और डीप स्टेट से लगातार खतरे को देखते हुए हमें रक्षा बजट बढ़ाकर तैयारियां मजबूत करनी होंगी।”
इससे पहले ‘एक्स’ पर ओवैसी ने लिखा था कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख का यह बयान निंदनीय है और अमेरिकी धरती से दिया जाना स्थिति को और गंभीर बनाता है। इस पर केंद्र सरकार की ओर से सख्त राजनीतिक रुख अपनाना जरूरी है।
मुनीर का विवादित बयान
हाल ही में अमेरिका दौरे के दौरान फ्लोरिडा के टैम्पा में एक निजी डिनर कार्यक्रम में असीम मुनीर ने चेतावनी दी थी कि यदि भारत ने सिंधु नदी का पानी रोकने के लिए बांध बनाया तो पाकिस्तान के पास मिसाइलों की कमी नहीं है और वे 10 मिसाइल दागकर बांध को नष्ट कर देंगे।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने मुनीर की इस धमकी पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की यह परमाणु हथियार संबंधी धमकी उसकी पुरानी आदत है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ऐसी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों से अपने निष्कर्ष निकालने चाहिए। मुनीर का बयान ऐसे देश में परमाणु कमान और नियंत्रण की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े करता है, जहां सेना आतंकवादी संगठनों से जुड़ी हुई है। भारत स्पष्ट कर चुका है कि वह किसी भी प्रकार के परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक सभी कदम उठाता रहेगा।