ओडिशा के कटक शहर में शनिवार देर रात दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच विवाद हिंसा में बदल गया। देखते ही देखते माहौल इतना बिगड़ गया कि भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। उपद्रव में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात बिगड़ने पर प्रशासन ने एहतियातन 24 घंटे के लिए मोबाइल डेटा और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दी हैं।
घटना शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात की बताई जा रही है। भुसानी टाइम के दौरान जब जुलूस गुजर रहा था, तभी तेज आवाज में बज रहे डीजे को लेकर दो समुदायों के बीच कहासुनी हो गई। मामूली विवाद जल्द ही झड़प में बदल गया और उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने जवानों पर भी हमला कर दिया।
पुलिसकर्मियों पर हमला, कई घायल
हिंसा में डीसीपी ऋषिकेश ज्ञानदेव और कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घायलों का इलाज कराया जा रहा है। पुलिस ने अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बाकी की तलाश जारी है। शहर में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कट्टक नगर निगम, सीडीए और 42 मौजा क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी है। यह रोक 5 अक्टूबर की सुबह से अगले 24 घंटे तक लागू रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ संदेश और अफवाहें फैलने की आशंका थी, इसलिए यह कदम उठाया गया।
दमकल विभाग ने बुझाई आग, पुलिस सतर्क
सहायक अग्निशमन अधिकारी संजीव कुमार बेहरा ने बताया कि उपद्रवियों ने गौरीशंकर पार्क इलाके में कई जगह आग लगाने की कोशिश की थी, लेकिन फायर ब्रिगेड ने समय रहते आग बुझा दी। उन्होंने बताया कि पत्थरबाजी के बीच भी टीम ने काम जारी रखा।
सरकार ने की शांति की अपील
राज्य सरकार ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने कटक में हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त की और कहा कि ओडिशा की परंपरा सौहार्द और भाईचारे की रही है, जिसे किसी भी हाल में टूटने नहीं देना चाहिए।