संविधान के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि संविधान का दुरुपयोग कांग्रेस की जनविरोधी नीति है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश के इतिहास में संविधान के अनुच्छेद 356 का 125 से अधिक बार दुरुपयोग किया है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का भी आरोप लगाया.
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय में 1966 से 1977 तक इस धारा का लगभग 50 बार उपयोग किया गया था, ज्यादातर अन्य दलों की राज्य सरकारों को गिराने के लिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा संविधान के निर्माता बाबा साहेब को 1954 के बांद्रा लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
‘कांग्रेस ने बाबा साहेब का अपमान किया’
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सिर्फ बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने के लिए नारायण सदोबा काजरोलकर को 1970 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी बाबासाहेब को भारत रत्न पुरस्कार देने पर विचार नहीं किया. जबकि बीजेपी सरकार में आंबेडकर को 1990 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर बरसे जोशी
कर्नाटक सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कहते हैं कि वो एक समुदाय के लिए संविधान बदल देंगे, जबकि एक समुदाय के लिए आरक्षण संविधान की मंशा के खिलाफ है. उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस और उसके पार्टी नेता विदेशी धरती पर भारत के खिलाफ बोलकर संविधान का अपमान नहीं कर रहे हैं.
‘कांग्रेस ने आंबेडकर को दलित माना…’
इससे पहले बीते दिन बीजेपी नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि देश के सबसे पुरानी पार्टी ने संविधान निर्माता को दलित मानकर उनके नाम का बार-बार इस्तेमाल तो किया, लेकिन उनका सम्मान नहीं किया. आंबेडकर सम्मान अभियान के तहत इंदौर में आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आंबेडकर को दलित माना, जबकि बीजेपी ने उन्हें ललित माना, जिसका मतलब होता है-सुंदर.