देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइन इंडिगो में हाल के दिनों में बढ़े उड़ान रद्दीकरण और परिचालन अव्यवस्था को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कड़ा कदम उठाया है। नियामक ने आठ सदस्यीय विशेष निगरानी दल गठित कर एयरलाइन के कामकाज पर सीधी निगरानी शुरू कर दी है।

कॉर्पोरेट ऑफिस में दो अधिकारी रहेंगे तैनात

DGCA के आदेश के मुताबिक, निरीक्षण दल में एक उप मुख्य उड़ान संचालन निरीक्षक, एक वरिष्ठ एफओआई तथा दो एफओआई सहित कुल आठ सदस्य शामिल किए गए हैं। इनमें से दो अधिकारियों को प्रतिदिन इंडिगो के कॉर्पोरेट कार्यालय में मौजूद रहकर एयरलाइन के регуляр संचालन और क्रू प्रबंधन की विस्तृत जांच करने का दायित्व दिया गया है।

ये अधिकारी इंडिगो के कुल बेड़े, औसत उड़ान दूरी, नेटवर्क विस्तार, पायलटों की संख्या, क्रू उपयोग के घंटे और प्रशिक्षणाधीन कर्मचारियों की स्थिति पर लगातार निगरानी रखेंगे। साथ ही वे रोजाना होने वाली उड़ानों, अनियोजित छुट्टियों तथा क्रू की कमी के कारण प्रभावित ऑपरेशंस की भी रिपोर्ट तैयार करेंगे।

रद्द उड़ानों, टाइम-परफॉर्मेंस पर भी नजर

DGCA ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रद्द उड़ानों, यात्री मुआवजे, रिफंड स्थिति और समय पालन जैसी सेवाओं की मॉनिटरिंग के लिए दो और अधिकारियों—एक वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी और एक उप निदेशक—को भी तैनात किया है। दोनों टीमों को हर शाम 6 बजे तक अपनी रिपोर्ट संयुक्त महानिदेशक हरीश कुमार वशिष्ठ और जय प्रकाश पांडे को सौंपनी होगी।

नए क्रू रोस्टरिंग नियमों के बाद बढ़ी समस्या

इंडिगो को हाल ही में नए क्रू रोस्टरिंग नियम लागू होने के बाद से लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पायलटों और अन्य कर्मचारियों की आराम अवधि बढ़ाने के बाद एयरलाइन को क्रू उपलब्धता में कमी का सामना करना पड़ा, जिसके चलते पिछले एक सप्ताह में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द व विलंबित हुई हैं।