लोकसभा के प्रश्नकाल के दौरान शुक्रवार को एक असामान्य स्थिति पैदा हो गई, जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद पर सदन के भीतर ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया। ठाकुर ने इस मसले को सदन की मर्यादा और नियमों का उल्लंघन बताते हुए स्पीकर ओम बिरला से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
स्पीकर बिरला ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वस्त किया कि संसद के नियमों के तहत आवश्यक जांच कराई जाएगी और किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
क्या है आरोप?
प्रश्नकाल के दौरान हिमाचल प्रदेश से सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि देशभर में ई-सिगरेट प्रतिबंधित है, लेकिन लोकसभा में एक तृणमूल सांसद इसे खुले तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका कहना था कि यह स्थिति कई दिनों से देखी जा रही है और अब इस पर कार्रवाई अनिवार्य है।
सदन में कैसे शुरू हुआ मामला
ठाकुर ने सुबह लगभग 11.27 बजे केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से हिमाचल प्रदेश में तटीयकरण परियोजनाओं के लिए जारी फंड पर सवाल पूछा। इसके बाद उन्होंने सदन की व्यवस्था से जुड़े मुद्दे पर स्पीकर का ध्यान आकृष्ट किया।
जब स्पीकर ने स्पष्ट किया कि नियमों के अनुसार कोई भी सदस्य स्पीकर से केवल अपील कर सकता है, सवाल नहीं पूछ सकता, तो ठाकुर ने कहा कि वे अपील ही कर रहे हैं और सदन की गरिमा से जुड़े मामले को उठा रहे हैं।
स्पीकर की प्रतिक्रिया
अनुराग ठाकुर द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि संसद की मर्यादा सर्वोपरि है और नियमों के उल्लंघन पर उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा,
“मैं सभी सदस्यों से आग्रह करता हूं कि संसदीय परंपराओं का पालन करें। यदि कोई भी सदस्य मर्यादा से बाहर जाता है तो कार्रवाई निश्चित है।”