नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बुधवार को नई दिल्ली में हुई मुलाकात ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संवाद को मजबूत करने का संदेश दिया। बांग्लादेश के एनएसए डॉ. खलीलुर रहमान और भारत के एनएसए अजीत डोभाल की यह बैठक ऐसे समय में हुई जब भारत-बांग्लादेश संबंध शेख हसीना मामले को लेकर तनावपूर्ण बने हुए हैं।

बांग्लादेश हाई कमीशन के अनुसार, दोनों ने कोलंबो सिक्योरिटी कंन्क्लेव (CSC) की तैयारी और द्विपक्षीय सुरक्षा मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर रहमान ने डोभाल को बांग्लादेश दौरे का निमंत्रण भी दिया। यह मुलाकात सातवीं एनएसए स्तरीय CSC बैठक से पहले हुई, जो क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग के एजेंडे पर केंद्रित है।

शेख हसीना मामले के कारण दोनों देशों के संबंधों में असहजता बनी हुई है। बांग्लादेश ने भारत से पूर्व प्रधानमंत्री को प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया है, जबकि भारत ने सभी पक्षों से सकारात्मक संवाद बनाए रखने का आश्वासन दिया है और पड़ोसी देश की स्थिरता और लोकतंत्र के हित में सहयोग जारी रखने पर जोर दिया है।

विशेष रूप से, यह बैठक ऐसे समय में हुई जब बांग्लादेश में अगले तीन महीनों में आम चुनाव होने वाले हैं। भारत ने चुनाव की पारदर्शिता और समावेशिता पर जोर दिया है, जबकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत के साथ सुरक्षा और आर्थिक सहयोग बनाए रखने के प्रयास में सक्रिय है।

CSC बैठक में हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, ट्रांसनेशनल क्राइम और आपदा राहत जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। भारत के नेतृत्व में सदस्य देशों मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका और बांग्लादेश इस एजेंडे पर सहयोग बढ़ाने की रणनीति तय करेंगे।

इस बैठक ने दोनों देशों की यह प्राथमिकता भी उजागर की कि वे भू-राजनीतिक दबावों और आंतरिक चुनौतियों के बावजूद सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी को बनाए रखना चाहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।