कांग्रेस ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि आतंकवाद से निपटने के मामले में क्या अब विपक्ष की एकजुटता की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस ने यह प्रतिक्रिया उस वीडियो पर दी जिसमें भाजपा ने पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार और मोदी सरकार के बीच तुलना की है।
दरअसल, भाजपा ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में दावा किया गया है कि कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने आतंकी हमलों के बाद ठोस कदम नहीं उठाए और पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता में लगी रही। वहीं, भाजपा ने मोदी सरकार को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने वाली सरकार के रूप में पेश किया है।
वीडियो के साथ भाजपा ने लिखा कि नए भारत में अब व्यर्थ शांति वार्ता का समय नहीं है, बल्कि दुश्मनों को कड़ा संदेश देना है कि भारत से टकराने का अंजाम गंभीर होगा।
कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या सरकार अब राजनीति करना चाहती है? कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर सवाल उठाया कि क्या अब विपक्ष के साथ मिलकर चलने की जरूरत नहीं है? क्या एकजुटता का संदेश देना जरूरी नहीं है?
पीएम मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल
कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पार से बढ़ते तनाव के मद्देनजर आयोजित सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री का इस महत्वपूर्ण बैठक में न होना आश्चर्यजनक है। उन्होंने पूछा कि क्या पीएम खुद को संसद से ऊपर समझते हैं?
खड़गे ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे गोपनीय होते हैं, इसलिए इस पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि संकट की इस घड़ी में सभी दल एकजुट हैं और सरकार को पूरा समर्थन दे रहे हैं।