प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सांसदों के लिए बने 184 नए टाइप-7 बहुमंजिला फ्लैट्स का उद्घाटन किया और इस मौके पर विपक्ष पर तंज कसा। बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित इस आवासीय परिसर के चार टावरों के नाम कृष्णा, गोदावरी, कोसी और हुगली नदियों के नाम पर रखे गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ‘कोसी’ नाम को नदी के बजाय बिहार विधानसभा चुनाव के नजरिये से देखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन नए फ्लैट्स से सांसदों के लिए आवास की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी और वे अपने काम पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों को बधाई देते हुए बताया कि 2014 से अब तक लगभग 350 सांसद आवास बनाए जा चुके हैं। इससे पहले लंबे समय तक कोई नया आवास निर्माण नहीं हुआ था, जबकि सांसद आवासों की कमी से सरकारी खर्च बढ़ता था।
पीएम मोदी ने याद दिलाया कि मंत्रालयों के किराये के भवनों पर पहले सालाना लगभग 1,500 करोड़ रुपये का खर्च आता था। पर्याप्त संख्या में सांसद आवास नहीं होने से भी भारी व्यय होता था, इसलिए इस परियोजना को अभियान की तरह आगे बढ़ाया गया।
सिंदूर का पौधा और श्रमिकों से संवाद
उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने परिसर में सिंदूर का पौधा लगाया और निर्माण कार्य में जुटे श्रमिकों से बातचीत की। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल, और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद रहे।
5000 वर्ग फुट के फ्लैट्स, आधुनिक सुविधाएं
सांसदों की जरूरतों के अनुरूप बनाए गए प्रत्येक फ्लैट का क्षेत्रफल 5,000 वर्ग फुट है, जिसमें कार्यालय और स्टाफ के लिए अलग से स्थान है। परिसर को आत्मनिर्भर और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें जीआरआईएचए 3-स्टार रेटिंग, राष्ट्रीय भवन संहिता 2016 का पालन, भूकंपरोधी निर्माण और दिव्यांगजनों के अनुकूल व्यवस्था शामिल है।
परिसर में कार्यालय, कर्मचारियों के आवास और सामुदायिक केंद्र की सुविधाएं भी हैं, जिससे सांसद अपने जनप्रतिनिधि के दायित्वों का निर्वहन सुचारू रूप से कर सकें। सुरक्षा के लिए व्यापक तंत्र लागू किया गया है, ताकि सभी निवासी सुरक्षित वातावरण में रह सकें।