भाजपा ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान के साथ संबंधों के नियमों को नए सिरे से परिभाषित किया है। यह बयान तब आया जब चार दिनों तक चले सीमा पार ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान ने जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य गतिविधियों को तुरंत रोकने के समझौते पर सहमति जताई।
भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान ने मांगी शांति
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाने के बाद समझौते की मांग करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सशक्त नेतृत्व में भारत ने मात्र 72 घंटों में पाकिस्तान के साथ संबंधों को नए सिरे से स्थापित किया है।
प्रवक्ता भंडारी ने बताया कि भारत ने रणनीतिक कौशल से पाकिस्तान की परमाणु धमकियों का कड़ा जवाब दिया। लाहौर से रावलपिंडी तक पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए मुरीदके और बहावलपुर में जैश और लश्कर के आतंकी केंद्रों को ध्वस्त कर दिया गया।
पाकिस्तान का कोई क्षेत्र भारत की पहुंच से बाहर नहीं
भंडारी ने कहा कि भारत ने स्पष्ट संदेश दिया कि पाकिस्तान का कोई भी क्षेत्र उसकी पहुंच से बाहर नहीं है। साथ ही, सिंधु जल संधि को रोककर पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को कमजोर करने का भी संदेश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने कूटनीतिक रूप से पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है, जिससे उसके आतंकी नेटवर्क का वैश्विक स्तर पर पर्दाफाश हुआ है।
चाणक्य नीति के तहत रणनीतिक प्रभुत्व
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि रूस-यूक्रेन और अमेरिका-तालिबान संघर्षों के बीच प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने ‘चाणक्य नीति’ को अपनाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह रणनीतिक संयम नहीं बल्कि रणनीतिक प्रभुत्व है। भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।