बुधवार को गर्दनीबाग़ धरनास्थल पर धरना प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी एक बार फिर बिहार लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि उन अभ्यर्थियों को वहां से हट जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब अभ्यर्थियों ने पुलिस की बात नहीं मानी तब उन पर बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि हमलोग लगातार एक सप्ताह से शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने हमारी बात को नहीं सुना। न तो सरकार की तरफ से और ना ही आयोग की तरफ से कोई बात करने आया, ऐसे में जब हमलोग आयोग के पास अपनी बात कहने आये तब पुलिस ने हमvलोगों को बर्बरता के साथ पीटा। वेलोग 70वीं पीटी (प्रारंभिक) परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे।

महिला अभ्यर्थियों पर भी बरसाई लाठियां
बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा के अभ्यर्थियों का कहना है कि वेलोग पिछले 8 दिनों से गर्दनीबाद धरना प्रदर्शन स्थल पर आमरण अनशन पर बैठकर सरकार और आयोग से अपील कर रहे हैं लेकिन हमारी बात को नहीं सुना गया। आज बुधवार को अभ्यर्थियों के धैर्य ने जवाब दे दिया और भारी संख्या में जुटकर अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय के पास पहुंचकर हंगामा करने लगे। अभ्यर्थियों की मांग थी कि आयोग उससे बात करे और उनकी बात को समझे। अभ्यर्थियों की यह भी मांग थी कि सारे परीक्षा केन्द्रों के सीसीटीवी को सार्वजनिक किया जाय, ताकि पारीक्षा पारदर्शी हो सके। इसी बीच अभ्यर्थियों का हंगामा बढ़ता देख वहां भारी संख्या में पुलिस बल पहुँच गई और सख्त रूख अपनाते हुए उनके ऊपर लाठीचार्ज करन शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि लाठीचार्ज के दौरान पुलिस ने महिला अभ्यर्थियों को भी नहीं बख्शा और उनके ऊपर भी लाठियां बरसाईं गई। लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी बुरी तरह से घायल हो गए हैं।

विपक्ष दे रहा समर्थन, पप्पू यादव ने कहा- 1 जनवरी को करेंगे बिहार बंद
बीपीएससी अभ्यर्थी परीक्षा को कैंसिल कराने के लिए लगातार आठ दिनों से गर्दनीबाग़ स्थित धरना प्रदर्शन पर बैठकर आन्दोलन कर रहे हैं। ऐसे में विपक्ष उनकी मदद करने का आश्वासन दे रही है। इस क्रम में प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव और पप्पू यादव धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर उनको साथ देने का आश्वासन देते हुए 70 वीं बीपीएससी परीक्षा को कैंसिल करने की मांग की। पप्पू यादव भी मंगलवार को वहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर परीक्षा कैंसिल नहीं की गई तो वह एक जनवरी को बिहार बंद करेंगे।