खगड़िया। बिहार के खगड़िया जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए निगरानी विभाग की टीम ने नगर थाना में तैनात एक महिला एएसआई और एक चौकीदार को घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिया। आरोप है कि एक बैंक लोन से जुड़े मामले में जांच और चार्जशीट की प्रक्रिया तेज करने के बदले दोनों ने पीड़िता से रिश्वत की मांग की थी।
जानकारी के अनुसार, खगड़िया नगर थाना क्षेत्र के राजाजान गांव निवासी अनिल कुमार शाह की पत्नी ममता देवी ने बैंक से जुड़े विवाद में सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की जांच की जिम्मेदारी एएसआई सीमा कुमारी को सौंपी गई थी। जांच को आगे बढ़ाने और जल्द चार्जशीट दायर करने के लिए सीमा कुमारी ने पहले 10 हजार रुपये की मांग की, जो बाद में बढ़ाकर 20 हजार कर दी गई। इस पूरे प्रकरण में चौकीदार वीरू पासवान भी शामिल था।
पीड़िता की सतर्कता से फंसे आरोपी
ममता देवी ने रिश्वत की इस मांग की जानकारी अपने पति अनिल शाह को दी, जिन्होंने तुरंत निगरानी विभाग से संपर्क कर इसकी शिकायत दर्ज कराई। शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए निगरानी डीएसपी अरुणोदय पांडे के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया।
मंगलवार को जैसे ही ममता देवी ने तयशुदा 20 हजार रुपये थाना परिसर में सौंपे, मौके पर मौजूद विजिलेंस टीम ने महिला एएसआई और चौकीदार को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। दोनों को वहीं से हिरासत में ले लिया गया और पूछताछ के लिए पटना ले जाया गया।
विजिलेंस की कार्रवाई से महकमे में हलचल
निगरानी डीएसपी ने पुष्टि की कि बैंक से जुड़े केस में जांच अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की गई थी। जांच के बाद आरोप सही पाए गए, जिसके बाद कार्रवाई की गई। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि पहले 10 हजार की डिमांड की गई थी, लेकिन बाद में रकम बढ़ा दी गई।
इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है और भ्रष्टाचार पर सख्ती के संकेत मिले हैं। निगरानी विभाग अब पूरे मामले की गहन जांच कर रहा है।