सहरसा जदयू प्रखंड अध्यक्ष बरियाही निवासी जवाहर यादव की हत्या की डील दस लाख रुपये में हुई थी। पांच लाख रुपये घटना को अंजाम देने पर और पांच लाख रुपये बाद में देने की बात तय हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, बीते 16 अगस्त को जदयू नेता जवाहर यादव को अज्ञात अपराधियों द्वारा बरियाही बाजार स्थित कालाली चौक के पास मुकेश कुमार ठाकुर के सैलून में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। जदयू प्रखंड अध्यक्ष जवाहर प्रसाद यादव पिता दिवंगत विंदेशवरी यादव बनगांव थानाक्षेत्र के ग्राम बरियाही बस्ती के रहने वाले थे।
घटना के त्वरित खुलासे और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था। उसमें पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-02, पुलिस उपाधीक्षक साइबर, थानाध्यक्ष बनगांव और सौरबाजार तथा तकनीकी शाखा को शामिल किया गया था।
गठित टीम द्वारा घटनास्थल पर अपराधियों के प्रवेश और निकासी का पता लगाने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी खंगाला गया। गठित टीम द्वारा तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर इस घटना के प्राथमिक नामजद आरोपी आशीष आनंद को बनगांव थानाक्षेत्र के राजौरा चौक से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार अपराधी ने स्वीकारोक्ति बयान में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि घटना करने में उसके अतिरिक्त बरियाही के ही रहने वाले अन्य तीन युवक राजा कुमार, रविराज उर्फ पोलु और बालकिशन कुमार शामिल थे। गिरफ्तार अपराधी आशीष आनंद की निशानदेही पर घटना में शामिल उक्त तीनों अपराधियों को भी बनगांव थानाक्षेत्र में ही स्थित ग्लास फैक्ट्री के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़े गए आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा तथा मोबाइल सहयोगी ब्रजेश कुमार के पास से बरामद कर गिरफ्तार किया गया। घटना को अंजाम देने के कारण को लेकर अपराधियों ने बताया कि जमीन विवाद में पुरानी रंजिश के कारण संतोष गुप्ता उर्फ कांछा और नरेश गुप्ता पिता भोला गुप्ता निवासी बरियाही बाजार द्वारा जान से मारने की 10 लाख की सुपारी दी गई थी। उसमें पांच लाख घटना करने पर और बाकी राशि बाद में देने की बात बताई। इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है।