छत्तीसगढ़़ की राजधानी रायपुर आज सोमवार को गोलियों की आवाज से दहल उठी। भारत तिब्बत सीमा सुरक्षा बल यानी आईटीबीपी के 38वीं बटालियन खरोरा स्थित कैंप आज गोलियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कैंप के आरक्षक ने इंसास रायफल से एएसईआई के सिर और सीने पर 20 राउंड गोलियां दागकर उन्हें मौत की नींद सुला दी।

फायरिंग के दौरान कैंप में मौजूद जवान अपनी जान बचाने के लिए पेट के बल जमीन पर लेट गए। इससे पहले की जवान कुछ जान पाते सिपाही ने एएसआई पर 20 राउंड फायरिंग कर उनकी जान ले ली। इसके बाद जवानों ने कड़ी मशक्कत से आरोपी को पकड़कर रस्सी से बांधा फिर खरोरा पुलिस थाने को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इंसास राइफल से बरसाई गोलियां
बताया जाता है कि 56 वर्षीय एएसआई देवेंद्र कुमार दहिया ने 32 साल के आरक्षक सरोज यादव को मॉनिंग परेड में गलती की वजह से जमकर फटकार लगाई थी। इस वजह से सिपाही काफी नाराज था। एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि थाना खरोरा के आईटीबीपी के 38वीं बटालियन कैंप में सुबह 9 बजे के आस-पास आरक्षक सरोज यादव ने एएसआई देवेंद्र कुमार दहिया को इंसास राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी। इंसास रायफल से कुल 20 राउंड गोली चली है। घटना के बाद एफएसएल और बैरिस्टिक टीम पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है।

एएसआई ने सिपाही को लगाई थी डांट
शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आरक्षक को मॉर्निंग परेड की ड्यूटी में लगाया गया था। उस समय एएसआई ने सिपाही को डांट लगाई थी। इससे गुस्साये आरक्षक ने गोली बरसाकर उनकी जान ले ली। पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो पायेगी।

बक्सर का रहने वाला है आरोपी आरक्षक
आरोपी आरक्षक बिहार के बक्सर जिले का रहने वाला है। वहीं मृतक एएसआई दहिया हरियाणा के रहने वाले बताये जा रहे हैं। दोनों रायपुर के आईटीबीपी के 38वीं बी बटालियन की कॉलोनी परिसर में रह रहे थे। आरोपी के दो बेटे हैं और वह फैमिली के साथ रहता था।