आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अनुराग ढांडा ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आयोग अपनी जिम्मेदारी राजनीतिक दलों पर डालकर बचने की कोशिश कर रहा है। ढांडा का आरोप है कि आयोग की ‘चोरी’ उजागर हो चुकी है, जिसके चलते उसे अब शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने दावा किया कि आयोग और बीजेपी की मिलीभगत अब किसी से छिपी नहीं है, इसलिए दोष विपक्षी दलों पर मढ़ा जा रहा है।
ढांडा ने कहा कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों की शिकायतें पहले भी उठाई गई थीं, लेकिन आयोग ने इन्हें राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी बताकर नजरअंदाज कर दिया। अब बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आयोग खुद विशेष पुनरीक्षण (SIR) करवा रहा है, जो उसकी भूमिका पर सवाल खड़े करता है।
दिल्ली चुनाव का उदाहरण भी दिया
आप नेता ने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने वोट चोरी कर जीत हासिल की थी। उस समय आप ने मतदाता सूची को लेकर आपत्तियां दर्ज कराई थीं, लेकिन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की और बीजेपी को पूरा समर्थन दिया।
बीजेपी रैलियों पर निशाना
ढांडा ने आगे कहा कि आप सरकार के कार्यकाल में शिक्षक विदेश प्रशिक्षण के लिए भेजे जाते थे, जबकि आज वही शिक्षक बीजेपी की रैलियों में भीड़ जुटाने के लिए लगाए जा रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर कोई पार्टी वोट चोरी करके सत्ता में आती है, तो जनता उसकी सभाओं में खुद नहीं जाएगी।