नई दिल्ली: उत्तर-पश्चिमी जिले की पुलिस की विदेशी प्रकोष्ठ इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे। ये सभी रात के समय अपराध करते और दिन में भीख मांगने का काम करते थे।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से प्रतिबंधित आईएमओ एप इंस्टॉल किए गए पांच स्मार्टफोन भी जब्त किए गए हैं। पकड़े गए लोगों की पहचान फोइसल (19), संजना (26), फारिया (22, ट्रांसजेंडर), एमडी रूही (21), तोहा (20), लिटन उर्फ निखिल (34), और अलामीन (33) के रूप में हुई है।
महिला भेष में छिपे अपराधी
उत्तर-पश्चिमी जिले के डीसीपी भीष्म सिंह के अनुसार, विदेशी प्रकोष्ठ प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार की अगुवाई में 7 जुलाई को मुकुंदपुर फ्लाईओवर के नीचे छापेमारी की गई, जहां से पांच ट्रांसजेंडर और दो पुरुषों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में पता चला कि ये सभी बांग्लादेश से भारत आए थे और न तो उनके पास वीजा था, न ही वैध प्रवास संबंधी दस्तावेज।
पुलिस ने बताया कि आरोपी खुद को छिपाने के लिए महिला वेशभूषा में रहते थे। वे साड़ी, सलवार-सूट, कृत्रिम बाल, बिंदी, चूड़ियां और मेकअप का उपयोग कर महिलाओं जैसा रूप धारण करते थे। कुछ ने अपनी आवाज और चाल-ढाल तक में बदलाव कर रखा था ताकि पहचान न हो सके।
कानूनी कार्रवाई और निर्वासन की तैयारी
पुलिस ने एफआरआरओ (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) से समन्वय स्थापित कर आरोपियों के खिलाफ निर्वासन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनके खिलाफ विदेशियों से संबंधित अधिनियमों के तहत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।