पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज-1 स्थित निगम के लवली पार्क में बच्चों को फुटबाल सिखाने वाले नाइजीरियाई नागरिक को भाषा न जानने पर चेतावनी देने का मामला सामने आया है। भाजपा पार्षद रेनू चौधरी ने विदेशी नागरिक को निर्देश दिया कि वह एक माह के भीतर हिंदी सीखें, अन्यथा उन्हें पार्क में बच्चों को फुटबाल सिखाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

पार्षद ने इस दौरान कहा कि जिस देश का पैसा वह खा रहे हैं, वहां की भाषा बोलना उनकी जिम्मेदारी है। यह वीडियो पार्षद ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर साझा किया, जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और लोगों ने पार्षद के कदम पर सवाल उठाए।

वीडियो तीन दिन पुराना है, जिसमें पार्षद पार्क का निरीक्षण करती हुई नजर आ रही हैं और विदेशी नागरिक से पूछ रही हैं कि उन्होंने पिछले आठ महीनों में हिंदी क्यों नहीं सीखी। वीडियो में नाइजीरियाई नागरिक दिखाई नहीं दे रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह नागरिक भारत की नागरिकता धारक हैं और पूर्वी दिल्ली में ही रहते हैं। उन्होंने एक भारतीय महिला से शादी की है और विभिन्न सोसायटी के बच्चों को सप्ताह में चार दिन फुटबाल प्रशिक्षण देते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चे उनकी भाषा को समझते हुए ही फुटबाल सीखते हैं।

सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद पार्षद ने अपने बयान को नरम करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी के साथ बदसलूकी करना नहीं था। उन्होंने बताया कि निगम के सफाई कर्मचारी पार्क में जाते हैं और विदेशी नागरिक उनकी बात नहीं समझ पाते। इसलिए उन्होंने केवल यह सुझाव दिया कि जिस देश में रह रहे हैं वहां की भाषा सीखना जरूरी है।