हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को जोरावर स्टेडियम के बाहर माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए स्टेडियम के मुख्य द्वार की ओर बढ़ने की कोशिश की।
जैसे ही प्रदर्शनकारी गेट के पास पहुंचे, स्थिति काबू से बाहर होती दिखी। भीड़ को आगे बढ़ता देखकर मौके पर मौजूद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हुई और कई प्रदर्शनकारी जमीन पर गिर पड़े। हालात संभालने के लिए पुलिस ने कुछ स्थानों पर लाठीचार्ज भी किया, जिसके बाद चार प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पंचायत भवन पहुंचाया गया। झड़प में तीन से चार छात्रों के घायल होने की सूचना है। तनाव के कारण स्टेडियम परिसर में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। एबीवीपी ने बेरोजगारी, केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और अन्य शिक्षा-संबंधी मुद्दों को लेकर यह विरोध दर्ज कराया।
धर्मशाला में ओबीसी आरक्षण को लेकर रैली
इधर ओबीसी संघर्ष समिति ने भी बुधवार को अपनी मांगों को लेकर फतेहपुर से धर्मशाला तक रैली निकाली। समिति के सदस्य जोरावर स्टेडियम पहुंचे और सरकार के समक्ष आरक्षण लागू करने की पुरानी मांग दोहराई। समिति के अध्यक्ष सौरव कौंडल ने कहा कि पिछले 35 वर्षों में प्रदेश में ओबीसी आरक्षण का क्रियान्वयन न होना समाज के साथ अन्याय है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस शीतकालीन सत्र में उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो अगले विधानसभा सत्र में वह दो दिनों तक सदन की कार्यवाही रुकवाने के लिए बड़े आंदोलन की रणनीति अपनाएंगे।