शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीत सत्र के अंतिम दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष ने चिट्टे के खिलाफ एकजुट होकर सदन में जोरदार संदेश दिया। कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल’ का संदेश लिखी ड्रेस पहनकर विधानसभा में प्रवेश किया और नारेबाजी करते हुए नशे के खिलाफ अपने संकल्प को दिखाया।
इस दौरान विधायक ‘चिट्टा को भगाना है, युवाओं को बचाना है’ के नारे लगाते रहे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में नशे के खिलाफ आक्रामक लड़ाई शुरू की गई है और इसे मिलकर आगे बढ़ाना होगा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी कहा कि विपक्ष सरकार के इस अभियान में सहयोग के लिए तैयार है।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित कई विधायकों ने इस मौके पर भाग लिया। इससे पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई, जिसमें नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष विनय कुमार ने अपने विचार साझा किए। इस तरह विधानसभा ने नशा मुक्ति और युवाओं को सुरक्षित रखने के संदेश को जोरदार तरीके से पेश किया।