राज्य विधानसभा में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया को सौंपा है। नेगी ने शिकायत में कहा कि आपदा पर हुई तीन दिन की चर्चा के दौरान 19 सदस्यों ने भाग लिया और जब वह बतौर मंत्री जवाब दे रहे थे, तब नेता प्रतिपक्ष सदन से बाहर थे। अचानक लौटकर जयराम ठाकुर ने उन पर आपत्तिजनक शब्दों में टिप्पणी की, जिसके बाद भाजपा विधायक दल सदन से बाहर चला गया। नेगी ने इसके लिए विशेषाधिकार हनन के तहत कार्रवाई की मांग की है।

सदन में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि सड़कों की केंद्रीय योजनाओं में शामिल न होने का कारण पुराने जनगणना आंकड़े हैं। 2011 की जनगणना के आधार पर सड़कों के प्रस्ताव केंद्र को भेजे जाते हैं, जबकि आबादी बढ़ने के कारण कई सड़कें योजना में नहीं आ पा रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि केंद्र को नए प्रस्ताव भेजा जाए।

इस बीच, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा को जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश में मेलों, उत्सवों और त्योहारों पर पिछले तीन वर्षों में 105.12 करोड़ रुपये खर्च किए गए। कुल्लू दशहरा उत्सव में अकेले 7.85 करोड़ रुपये खर्च हुए।

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि प्रदेश में आउटसोर्स पर 19,804 कर्मचारी, अनुबंध पर 13,408 और पैरा वर्कर के रूप में 13 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिन्हें संबंधित विभाग न्यूनतम वेतन प्रदान कर रहे हैं।

सदन को वित्तीय जानकारी देते हुए उन्होंने यह भी बताया कि 31 अक्तूबर 2025 तक केंद्र से ऋण और अग्रिम के रूप में 7,024.90 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जबकि 2023-24 में 16,591.30 करोड़ और 2024-25 में 16,243.30 करोड़ रुपये केंद्रीय सहायता मिली। वित्तपोषित योजनाओं के लिए इस वित्त वर्ष में अब तक 2,916.62 करोड़ रुपये का बजट केंद्र से आया है, और ग्रांट इन एड के रूप में 6,368.23 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।