रियासी के शिवखोड़ी बस आतंकी हमले को लेकर एनआईए ने चार्जशीट पेश कर दी है। चार्जशीट में राजोरी के हाकमदीन को आरोपी बनाया गया है। इसने आतंकियों को हमले के लिए हर तरह की मदद की थी।
हमले का मकसद पूरी तरह से देशभर से शिवखोड़ी व वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं में खौफ पैदा करना था। यहीं नहीं, आतंकी स्थानीय लोगों में भी भय पैदा करना चाहते थे। क्योंकि बस में सवार यात्री मां वैष्णो देवी के दर्शन कर लौटे थे।
वे शिखखोड़ी में भी दर्शन करने गए थे। इसलिए जानबूझ कर बस को निशाना बनाया गया ताकि देशभर के वैष्णो देवी श्रद्धालुओं को जम्मू कश्मीर आने से रोका जाए। एनआईए की जांच में पता चला कि हाकम ने आतंकियों के लिए भोजन और रहने की व्यवस्था के अलावा हमले की जगह भी पहचान करने में मदद की थी।
हाकम ने कई दिन की रेकी के बाद हमला करवाया। हाकम से पूछताछ के बाद एनआईए ने कई जगह छापे मारकर साक्ष्य जुटाए। हालांकि अभी इस मामले में शामिल तीनों आतंकियों के बारे कोई पता नहीं चला है। एनआईए ने बताया कि मामले में पहली चार्जशीट पेश की है। मामले में और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के दिन हुआ था हमला
9 जून 2024 को हुए इस हमले में 9 यात्रियों की मौत और 41 घायल हो गए। जिस दिन हमला हुआ था। उसी दिन केंद्र में नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे। एक तरफ मोदी का शपथ समारोह चल रहा था तो दूसरी तरफ आतंकियों ने बस पर अंधाधुंध गोलीबारी की।
बस चालक के सिर पर गोली लगने से वह नियंत्रण खो बैठा और बस गहरी खाई में जा गिरी थी। खाई में बस गिरने के बाद भी आतंकी गोलियां बरसाते रहे। मामले की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंपी थी।