जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में रविवार रात आग लगने की दो घटनाओं में एक मां और दो बच्चे जिंदा जल गए। जबकि एक अन्य घटना में गुज्जर-बकरवाल हॉस्टल में लगी आग के बाद सेना और पुलिस ने सभी विद्यार्थियों को सुरक्षित निकाल लिया।
पहली घटना तहसील द्राबशाला के सरूड़ क्षेत्र के बादात गांव की है। यहां रविवार मध्यरात्रि को खुर्शीद अहमद के घर में आग लग गई। बताया जा रहा है कि इस आग में सो रहे दो बच्चे और उनकी मां घिर गए। आग की लपटों के कारण वे घर से बाहर नहीं निकल पाए। दमकल विभाग की गाड़ियां घटना स्थल पर पहुंचने से पहले ही तीनों की मौत हो चुकी थी। मृतकों में नाजिया बेगम (30), आमना बानो (7) और रिजवान (4) शामिल हैं।
इस दुखद घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को स्थानीय अस्पताल भेजा, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई। मृतकों के परिजनों ने घटना के बाद प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि आग जानबूझकर लगाई गई थी। इसके बाद द्राबशाला पुलिस चौकी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दूसरी घटना गुज्जर-बकरवाल हॉस्टल से संबंधित है, जहां भी रविवार रात आग लग गई। इस आग में हॉस्टल का बड़ा हिस्सा जलकर राख हो गया लेकिन सेना और पुलिस की कार्रवाई से सभी 46 विद्यार्थियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।किश्तवाड़ में आग की ये घटनाएं स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़े हादसे के रूप में सामने आई हैं। पुलिस और प्रशासन मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।