महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रवक्ता प्रकाश महाजन ने पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें लगातार नजरअंदाज किया गया और उनके काम की सराहना कभी नहीं हुई। महाजन ने स्पष्ट किया कि उनका किसी अन्य राजनीतिक दल से जुड़ने का इरादा नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता दिवंगत प्रमोद महाजन के भाई प्रकाश महाजन ने वीडियो संदेश के जरिए इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पार्टी में उनके योगदान को कभी मान्यता नहीं मिली, बल्कि उन गलतियों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया जिनसे उनका कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने इसे राज ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी में सम्मान की कमी का नतीजा बताया।
महाजन ने कहा कि वह राजनीति में न तो चुनाव लड़ने के इच्छुक थे और न ही किसी पद के लालच में थे। उनका मकसद केवल हिंदुत्व की रक्षा करना था। इसके बावजूद, लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें कोई भूमिका नहीं दी गई। विधानसभा चुनाव में उन्हें सिर्फ प्रचार तक सीमित रखा गया।
उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती उम्र और लगातार उपेक्षा ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर किया। महाजन ने याद दिलाया कि जब भाजपा नेता नारायण राणे ने उन्हें धमकी दी थी, तब भी पार्टी ने उनका समर्थन नहीं किया। इसके अलावा, उन्होंने कुंभ मेले और पहलगाम आतंकी हमले पर राज ठाकरे की टिप्पणियों को भी अनुचित बताया।
अपने संदेश में प्रकाश महाजन ने मनसे नेता अमित ठाकरे से माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने उनके और उनके बेटे के साथ काम करने का वादा किया था, लेकिन परिस्थितियों के कारण वह वादा पूरा नहीं कर पा रहे हैं।