चंडीगढ़। पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और बढ़ते जलस्तर के कारण राज्य सरकार ने अगले तीन दिन सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 27 से 30 अगस्त तक बंद करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश जारी रह सकती है।
बाढ़ की स्थिति और प्रभावित जिले
मूसलाधार बारिश के कारण भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर डैम से सतलुज, ब्यास और रावी नदियों में रोजाना हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे पठानकोट, कपूरथला, मोगा, तरनतारन, फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर और होशियारपुर में बाढ़ जैसी परिस्थितियां बन रही हैं।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील
फाजिल्का की डीसी अमरप्रीत कौर संधू ने चेतावनी दी कि हुसैनीवाला हेडवर्क्स से 26 अगस्त को दोपहर दो बजे 2,20,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे दरिया का जलस्तर बढ़ सकता है। उन्होंने लोगों, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में 5 राहत केंद्र बनाए हैं और राहत कार्यों के लिए सेक्टर अफसर तैनात किए हैं।
राहत और सुरक्षा इंतजाम
जिला प्रशासन की टीमें राशन, पीने का पानी, कैटल फीड और साफ पानी की सुविधा सुनिश्चित कर रही हैं। पानी के सैंपल नियमित रूप से जांचे जा रहे हैं ताकि पानी से होने वाली बीमारियों का खतरा कम किया जा सके। पशु पालन विभाग की टीमें भी गांवों में सक्रिय हैं। डीसी ने कहा कि प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और राहत कार्य
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मोगा में 31 अगस्त को होने वाली फतेह रैली बाढ़ के खतरे के चलते स्थगित कर दी है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर राहत सामग्री, डीजल, ट्रैक्टर, खाने के पैकेट और चारा उपलब्ध कराने का आग्रह किया। शिअद ने आम आदमी पार्टी सरकार से प्रभावित लोगों को तत्काल अंतरिम मुआवजा देने और समय पर राहत सुनिश्चित करने की भी मांग की।