सीबीआई ने दिल्ली के अपने ही चार सब इंस्पेक्टरों को हिरासत में लिया है। मंगलवार देर रात चारों आईटी पार्क से एक कंपनी के मैनेजर को उठाकर कार से ले जा रहे थे। सीबीआई के ये चारों सब इंस्पेक्टर आईटी पार्क स्थित कंपनी के मैनेजर से 25 लाख रुपये मांग रहे थे। आरोपी आतंकवादियों को समर्थन देने और पैसे उपलब्ध कराने के लिए शिकायतकर्ता को गिरफ्तार करने की धमकी देते थे।

आरोपियों ने शिकायतकर्ता के कार्यालय पहुंचकर जबरदस्ती कार में बिठाया और उससे 25 लाख रुपये की मांग करने लगे। इस दौरान कंपनी के लोगों ने पुलिस को अपहरण और झगड़े की कॉल कर दी। अपहरण की सूचना पर सेक्टर-26 थाना पुलिस ने चारों को हिरासत में ले लिया। जब पता चला कि वे अपहरणकर्ता नहीं सीबीआई के सब इंस्पेक्टर हैं तो सूचना चंडीगढ़ सीबीआई को दी गई।

इसके बाद सीबीआई ने सेक्टर-26 थाने पहुंच अपने चारों एसआई और कंपनी मैनेजर को हिरासत में ले लिया। सीबीआई ने चारों के खिलाफ जबरन वसूली की धारा में केस दर्ज किया है। सीबीआई ने चारों को नौकरी से डिसमिस कर दिया है। सीबीआई ने गुरुवार शाम चार बजे चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया। सीबीआई ने चार दिन का रिमांड मांगा था लेकिन सीबीआई अदालत ने आरोपियों का दो दिन का रिमांड दिया।

सूत्रों के मुताबिक चारों सब इंस्पेक्टर मंगलवार देर रात आईटी पार्क स्थित जे-7 प्लॉट स्थित एक कंपनी के मैनेजर अभिषेक को हिरासत में लेने पहुंचे थे। इस दौरान कंपनी के कर्मचारियों और सीबीआई टीम के बीच झगड़ा हो गया लेकिन चारों अभिषेक को कार में लेकर रवाना हो गए। इस दौरान कंपनी के कर्मचारियों ने पुलिस को झगड़े और अपहरण की सूचना दे दी। कंपनी के मैनेजर के अपहरण की सूचना से हड़कंप मच गया।

आनन-फानन सेक्टर-26 थाना पुलिस ने बापूधाम लाइट प्वाइंट के पास कार सवारों को दबोच लिया। इस दौरान कंपनी मैनेजर अभिषेक ने पुलिस को बताया कि यह लोग उन्हें जबरदस्ती गाड़ी में लेकर जा रहे हैं। कार सवारों ने पुलिस को कहा कि वह सीबीआई से हैं। इसके बाद पुलिस सत्यापन के लिए उन्हें सेक्टर-26 थाने लेकर पहुंची।

इसके बाद पुलिस ने सीबीआई चंडीगढ़ को मामले की जानकारी दी। सीबीआई की टीम बुधवार सुबह करीब 11 बजे सेक्टर-26 थाने पहुंची और चारों को हिरासत में ले लिया। सूत्रों ने बताया कि जिस कंपनी के मैनेजर को सीबीआई लेकर जा रही थी, वह कंपनी अप्रैल के शुरुआत में ही यहां आई थी।