नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया पांच देशों की विदेश यात्रा पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की टिप्पणी को लेकर विदेश मंत्रालय ने आपत्ति जताई है। मंत्रालय ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना और खेदजनक बताया है, साथ ही स्पष्ट किया कि इस प्रकार की टिप्पणियां किसी जिम्मेदार सरकारी पदाधिकारी को शोभा नहीं देतीं।
गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने एक वरिष्ठ सरकारी प्रतिनिधि द्वारा भारत और वैश्विक दक्षिण के मित्र देशों के संबंधों पर की गई टिप्पणियां देखी हैं। ये टिप्पणियां दुर्भाग्यपूर्ण और गैर-जिम्मेदार हैं। भारत सरकार खुद को इन विचारों से अलग करती है जो भारत के द्विपक्षीय संबंधों को कमजोर कर सकती हैं।”
हालांकि बयान में किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया, लेकिन यह स्पष्ट रूप से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा प्रधानमंत्री की यात्रा पर किए गए व्यंग्य के संदर्भ में था। सीएम मान ने कम जनसंख्या वाले देशों के दौरे को लेकर प्रधानमंत्री पर तंज कसा था और उनकी उपयोगिता पर सवाल उठाए थे।
पीएम मोदी की ऐतिहासिक विदेश यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी ने 2 से 9 जुलाई के बीच घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा से मुलाकात कर रक्षा, हरित ऊर्जा और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे मुद्दों पर बातचीत की।
ब्राजील में उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ग्रैंड कॉलर ऑफ़ द नेशनल ऑर्डर ऑफ़ द सदर्न क्रॉस” से सम्मानित किया गया। वहीं घाना में “ऑफिसर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द स्टार ऑफ घाना” की उपाधि दी गई। इस यात्रा को प्रधानमंत्री की एक दशक में सबसे लंबी विदेश यात्रा माना जा रहा है।