26 जनवरी के दिन अमृतसर में संविधान निर्माता बाबा भीमराव साहेब आंबेडकर की प्रतिमा खंडित करने की घटना से लोगों में उबाल है। अमृतसर में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर एक युवक ने चढ़कर हथौड़े मारे थे। पंजाब में घटना की निंदा हो रही है। वहीं अब इस घटना के विरोध में बंद का एलान किया गया है। जालंधर, फगवाड़ा और मोगा में मंगलवार को बंद की घोषणा की गई है। वहीं अबोहर में भी सोमवार को समाज के लोगों ने धरना प्रदर्शन किए।
महानगर जालंधर में रविदास समाज के लोगों ने मंगलवार को जालंधर पूर्ण तौर पर बंद करने का एलान कर दिया गया है। वहीं फगवाड़ा में भी बंद की कॉल की गई है।
प्रतिमा को तोड़ने की कोशिश के बाद रविदास समाज में काफी रोष पाया जा रहा है। इसे देखते हुए रविदास समाज के लोगों ने जालंधर बंद का एलान किया है। मंगलवार 28 जनवरी को जालंधर बंद किया जाएगा जिसका सीधा असर स्कूल कॉलेज और दुकानदारों पर पड़ेगा। बंद कितने से कितने बजे तक किया जाएगा इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। रविदास समाज के नेताओं ने अमृतसर में हुई घटना को निंदनीय बताया है और कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
बाबा साहेब की प्रतिमा को खंडित करने वाले को कड़ी सजा दी जाए
वहीं अबोहर में इस घटना के विरोध में नगर निगम के सफाई सेवक यूनियन व वाल्मीकि समाज के लोगों ने अंबेडकर चौक पर एकत्र होकर रोष प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बिट्टू भगानियां के नेतृत्व में बड़ी संख्या में मौजूद समाज के लोगों ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने देश के हर वर्ग को ध्यान में रखकर संविधान का निर्माण किया था, उनके बनाए संविधान की बदौलत ही हमारा देश लोकतांत्रिक देश बन पाया। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व उनकी प्रतिमा को खंडित कर देश का माहौल खराब करना चाहते हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि बाबा साहेब की प्रतिमा को खंडित करने वाले को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।