यूएस की चाह में गंवा दिए 1.8 करोड़: पति-पत्नी को अमेरिका के बजाय भेज दिया इंडोनेशिया

पंजाब के लोगों का अमेरिका से मोह भंग नहीं हो रहा है। भले ही अमेरिका की ट्रंप सरकार अवैध भारतीयों को डिपोर्ट कर वापस भेज रही है। बावजूद इसके पंजाब के लोग अभी भी फर्जी ट्रैवल एजेंटों के बहकावे में आकर अपनी जीवन भर की जमा पूंजी गंवा रहे हैं। 

ऐसा ही एक और मामला लुधियाना के हलवारा में सामने आया है। हलवारा के गांव बाघियां निवासी ठग ट्रैवल एजेंट कंपनी के तीन लोगों ने गांव बाघियां खुर्द के जगरूप सिंह और उनकी पत्नी पूजा रानी को अमेरिका भेजने और यूएस की पीआर का झांसा देकर एक करोड़ 8 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित जगरूप के पिता बलवंत सिंह ने ट्रैवल एजेंट परमिंदर सिंह और उसके दो सहयोगियों के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत दी है।

ट्रैवल एजेंट ने दिया था फर्जी वीजा

आरोप है कि आरोपी ट्रैवल एजेंटों ने 1.8 करोड़ रुपये लेकर पीड़ित दंपती को अमरिका का फर्जी वीजा लगाया था। इस वजह से दोनों पति-पत्नी ने यूएस जाने के लिए कई मुल्कों के चक्कर काटे और थक हार कर वापस गांव लौट आए। गांव वापस आने के बाद जब जगरूप के पिता बलवंत सिंह ने अपने ट्रैवल एजेंट से अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी ट्रैवल एजेंट परमिंदर सिंह ने उन्हें झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी दे डाली।

पीड़ित ने एसएसपी को दी शिकायत

पीड़ित जगरूप सिंह के पिता बलवंत सिंह ने 20 फरवरी को जिला लुधियाना ग्रामीण के एसएसपी अंकुर गुप्ता को लिखित शिकायत की। जांच के बाद 172 पन्नों की जांच रिपोर्ट और पेन ड्राइव में मौजूद सबूतों के आधार पर ठग ट्रैवल एजेंट परमिंदर सिंह और उसके दो अज्ञात सहयोगियों के खिलाफ थाना सिधवां बेट में केस दर्ज किया गया है।

  • इंडोनेशिया, मलेशिया और फिर ले गए सिंगापुर

बलवंत सिंह ने बताया कि मार्च 2024 में आरोपी ट्रैवल एजेंट परमिंदर उसके पिता बलवंत और भाई पवन ने 95 लाख रुपये लिए थे और पीड़ित बलवंत सिंह के बेटे और बहु को अमेरिका भेजा था। 23 मार्च 2024 को आरोपी बेटे और बहु को इंडोनेशिया ले गए, वहां दो महीने रखने के बाद मलेशिया पहुंचा दिया। 10 दिन मलेशिया और उसके बाद 4 दिन सिंगापुर होटल में रखा। सिंगापुर से वापस मलेशिया के रास्ते वापस इंडोनेशिया ले आए। इस दौरान साढ़े तीन महीने अलग-अलग देशों में रहने खाने पर उनके लाखों रुपये अलग से खर्च करवा दिए। 

अमेरिका का जाली वीजा और हवाई टिकटें

इंडोनेसिया से अमेरिका भेजने की बजाए वापिस भारत ले आए और कुछ दिन बाद गांव भेज दिया। आरोपियों ने उन्हें अमेरिका का जाली वीजा और हवाई टिकटें दी थी। बहू और बेटे के गांव वापस आने के बाद कई महीने बीत गए, लेकिन आरोपियों ने न ही रूपये लौटाए और न ही उन्हें अमरिका भेजा। 

बैंक से कर्ज और रिश्तेदारों से ब्याज में लिए रुपये

पीड़ित बलवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने बैंक से भारी कर्ज लेने के अलावा आढ़तियों और रिश्तेदारों से भी ब्याज पर रकम उठाई है। उनके 1 करोड़ 8 लाख रुपये से अधिक ठगे जा चुके हैं और पूरा परिवार बर्बाद हो गया है। बहु बेटा वो खुद और सभी पारिवारिक सदस्य सदमे में मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।

क्या कहती है पुलिस

जांच अधिकारी का कहना है कि अभी सिर्फ परमिंदर सिंह और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बेशक बलवंत सिंह ने परमिंदर के पिता बलवंत सिंह और भाई पवन सिंह के खिलाफ भी शिकायत की है। जांच की जा रही है, अगर परमिंदर के पिता और भाई की भूमिका भी सामने आई तो उन्हें भी नामजद किया जाएगा। आरोपी परमिंदर सिंह को गिरफ्तार करने के लिए नोटिस भेजे जा रहे हैं, कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here