सांसद अमृतपाल सिंह के साथियों को असम की जेल से पंजाब लाया जाएगा. इसके पहले उनसे एनएसए हटाया जाएगा. उनपर अजनाला थाना हमले के मामले में पंजाब पुलिस बड़ी कार्रवाई के मूड में है. बताया जा रहा है कि कल (17 मार्च) से सभी बंदियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब लाया जाएगा.

अमृतपाल के नेतृत्व में घातक हथियारों से लैस लगभग 200-250 लोगों की भीड़ ने अपने एक साथी को हिरासत से छुड़ाने के लिए पुलिस स्टेशन अजनाला पर हमला किया था. पंजाब पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने वाली है. अधिकारियों ने बताया कि बंदियों के ट्रांसफर को लेकर व्यवस्था की जा रही है और पंजाब लौटने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

इन साथियों से हटाया जाएगा NSA

अमृतपाल  सिंह, पापलप्रीत सिंह और जीत सिंह के अलावा अन्य बंदियों के एनएसए बढ़ाए जाने को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है. अलग-अलग दिनों में संबंधित बंदियों से एनएसए हटाया जाएगा और फिर उसी अनुरूप पंजाब सरकार कानूनी कार्रवाई करेगी. डिब्रूगढ़ जेल में बंद कैदियों में दलजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह, कुलवंत सिंह, गुरमीत सिंह, बसंत सिंह, हरजीत सिंह से एनएसए हटाया जाएगा.

बता दें कि अमृतपाल सिंह पिछले साल ही लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने जेल से आकर शपथ ग्रहण भी किया था. वापस उन्हें डिब्रूगढ़ की जेल में भेज दिया गया था.  अमृतपाल सिंह ने जनवरी में कोर्ट में याचिका दाखिल की थी और गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने की इजाजत मांग की थी. इसमें न्याय और समानता का हवाला दिया गया था.

संसद की कार्यवाही में शामिल होने की मांग की थी

वहीं, एक याचिका में उन्होंने संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने देने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि संसद में उनकी मौजूदगी जरूरी है नहीं तो उनकी सदस्यता चली जाएगी. उन्होंने कहा था कि लोकसभा सचिवालय की तरफ से उन्हें एक समन भेजा गया है.