लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि ‘एक देश–एक कारोबारी’ उसकी गोपनीय नीति है। उन्होंने कहा कि ‘एक का धंधा, एक से चंदा’ के सिद्धांत पर चलते हुए भाजपा सरकार देश के अधिकांश कारोबार को कुछ गिने-चुने हाथों में समेटना चाहती है।

जारी बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि एकाधिकार की सोच किसी भी क्षेत्र के लिए घातक होती है, चाहे वह राजनीति हो, अर्थव्यवस्था हो या सामाजिक ढांचा। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार अलग-अलग बहानों से अन्य औद्योगिक घरानों को कमजोर कर रही है और देश की आर्थिक गतिविधियों को सीमित लोगों के हवाले करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

सपा अध्यक्ष ने आशंका जताई कि यदि यह नीति जारी रही तो एकाधिकारवादी कंपनियों के हित में नियम-कानून बदले जाएंगे, उपभोक्ताओं से मनमानी वसूली होगी और श्रमिकों से कम पारिश्रमिक में अधिक काम कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था में किसानों और पीडीए समाज की आवाज़ सुनी नहीं जाएगी।

अरावली संरक्षण का दिया संदेश

अखिलेश यादव ने अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “अरावली बचेगी, तभी दिल्ली और एनसीआर सुरक्षित रहेंगे।” उनके अनुसार, अरावली को बचाना कोई विकल्प नहीं, बल्कि सामूहिक संकल्प होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अरावली दिल्ली और एनसीआर के लिए प्राकृतिक सुरक्षा कवच है, जो पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। अरावली के संरक्षण से न केवल हरियाली बढ़ेगी, बल्कि प्रदूषण पर भी अंकुश लगेगा और क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य लौटेगा।