मथुरा। मांट विस सीट से टिकट न मिलने से नाराज भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और केमिकल एंड फर्टिलाइजर मंत्रालय के डायरेक्टर एसके शर्मा ने मंगलवार को भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा छोड़ने की घोषणा करते समय फूट फूटकर रोते हुए उन्होंने कहा कि उनके साथ अन्याय-अत्याचार हुआ। वह पार्टी के आदेश पर ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनके साथ धोखा-विश्वासघात किया गया।
मंगलवार को गोविंदनगर स्थित कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में एसके शर्मा ने कहा कि 1980 में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। काफी समय तक शाखा में भाग लिया। उसके बाद जब 1989 में वह पश्चिम बंगाल चले गए तो उनका भाई और परिवार भाजपा से जुड़ा रहा। उन्होंने भाजपा प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाने में मदद की। 2007 से वह भाजपा में फिर से सक्रिय हो गए। उन्होंने भाजपा के एक रुपये का भी लाभ नहीं लिया। शर्मा ने कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। पार्टी के चक्कर में अपना बिजनेस बर्बाद कर दिया, परिवार छोड़ रखा है। इतने त्याग के बाद भी उनके साथ बार-बार धोखा और वादा खिलाफी हुई।