मेरठ। लिसाड़ीगेट थाना, साइबर पुलिस और टेलिकॉम विभाग (डॉट) की संयुक्त टीम ने रविवार देर रात लिसाड़ीगेट क्षेत्र के लक्खीपुरा में चल रहे अवैध मिनी टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया। मौके से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
जांच में सामने आया कि गिरोह के सदस्य अंतरराष्ट्रीय वीओआईपी (वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) कॉल को लोकल कॉल में बदलकर न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे थे, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को भी खतरे में डाल रहे थे।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के अनुसार, गुप्त सूचना पर छापेमारी कर लक्खीपुरा के एक मकान से यह नेटवर्क पकड़ा गया। वहां से 32 सिम वाला वीओआईपी गेटवे डिवाइस, कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, वाई-फाई राउटर और बड़ी संख्या में सिम कार्ड बरामद हुए।
पुलिस ने आस मोहम्मद, उसके भाई मोहम्मद चांद उर्फ सोनू, कासिम, हाशिम, सरफराज और मोहम्मद इमरान को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र, भारतीय तार अधिनियम और आईटी एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी आरोपियों को जेल भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह हर कॉल पर हजार से पंद्रह सौ रुपये तक वसूलता था और रोजाना 35 से 40 हजार रुपये तक की कमाई करता था। लेन-देन क्रिप्टो करेंसी के जरिये किया जाता था, जिसे बाद में रुपये में बदल लिया जाता था।
पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और उपकरणों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।