मेरठ। मोहल्ला ऊंचापुर में बीते बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए दूल्हा मोहसीन उर्फ मोनू, पुत्र सईद, हरिद्वार से सुरक्षित लौट आए। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में दूल्हे ने स्वयं बताया कि वह मानसिक बेचैनी के कारण घर से निकल गया था। कागजी कार्रवाई के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

मोहसीन की शादी और लापता होने की घटना
जानकारी के अनुसार मोहसीन की खतौली निवासी युवती से बुधवार को शादी हुई थी। सुहागरात के दिन ही वह अचानक कमरे से बाहर गया। परिजनों के अनुसार, बुधवार रात करीब एक बजे वह बल्ब लेने के लिए कमरे से निकला, लेकिन फिर वापस नहीं लौटा।

तलाश और हरिद्वार से बरामदगी
पुलिस ने मोहसीन की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में वह रात 1:42 बजे दौराला गंगनहर पुल के पास दिखाई दिया। गंगनहर में डूबने की आशंका के चलते रविवार को पीएसी गोताखोरों से सर्च अभियान भी चलाया गया।

सोमवार को मोहसीन ने परिजनों के मोबाइल पर कॉल कर खुद हरिद्वार में होने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस और परिवार हरिद्वार पहुंचे और शाम तक उसे थाने लेकर आए।

मोहसीन का बयान
पुलिस के अनुसार पूछताछ में मोहसीन ने बताया कि शादी के बाद सुहागरात के दिन उसे बेचैनी महसूस हुई और वह बृहस्पतिवार सुबह नानू पुल से बस में हरिद्वार चला गया। वहां एक होटल में रुका, लेकिन पैसे खत्म होने के कारण दो दिन भूखा रहा। पुलिस ने बताया कि जांच के बाद उसे सुरक्षित रूप से परिजनों के पास सौंप दिया गया है।