उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मंगलवार को 12 साल से फरार चल रहे दो लाख रुपये के इनामी कुख्यात अपराधी हरीश को गिरफ्तार किया। मेरठ के भैंसाली बस अड्डे के पास दबोचे गए हरीश पर हत्या, लूट, रंगदारी, गैंगस्टर एक्ट समेत कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। मुजफ्फरनगर और बागपत पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थी। उसके खिलाफ बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर के थानों में कुल 34 मामले दर्ज हैं।
एसटीएफ के प्रभारी बृजेश सिंह के अनुसार, हरीश ब्रह्मपाल, गांव भोजकला, थाना भौराकला, जिला मुजफ्फरनगर का निवासी है। मंगलवार दोपहर लगभग 1:25 बजे उसे भैंसाली बस स्टैंड के पास देखा गया और तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में हरीश ने बताया कि वह पिछले कई सालों से पंजाब के पटियाला में अपने परिवार के साथ रह रहा था और वहां एक किराना दुकान में काम करता था।
हरीश का आपराधिक इतिहास 1992 से शुरू हुआ। गांव में चली एक पारिवारिक रंजिश के कारण विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। इसके बाद उसने हत्या, रंगदारी और लूट जैसी वारदातों को अंजाम देते हुए अपनी कुख्यात छवि बनाई। पुलिस के अनुसार, उसने अपने भाई सतीश और अन्य साथियों के साथ कई अपराध किए।
हरीश पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी, अपहरण, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट समेत 14 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं। 2004 से फरार चल रहे हरीश को पकड़ने के लिए पुलिस और एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी। अधिकारियों ने बताया कि हरीश पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था।