मुजफ्फरनगर में महमूदनगर स्थित मदीना मस्जिद के इमाम का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने एक दरोगा को गंभीर अंजाम की धमकी दी थी। वीडियो सामने आने के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इमाम को हिरासत में लिया और शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया।

यह वीडियो गुरुवार को वायरल हुआ था, जिसे लोगों ने मुख्यमंत्री पोर्टल और डायल–112 प्लेटफॉर्म पर भी अपलोड किया। मामला लखनऊ तक पहुंचा, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इमाम इरफान के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी और पुलिसकर्मी को धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। दोपहर में पुलिस ने इरफान को उसके घर से पकड़ लिया।

कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद

तीन दिन पहले सिविल लाइन थाना पुलिस ने सरवट क्षेत्र में मस्जिदों पर लगे तेज आवाज वाले और नियम से अधिक क्षमता वाले लाउडस्पीकरों को हटाने का अभियान चलाया था। इसी दौरान पुलिस टीम मदीना मस्जिद पहुंची, जहाँ इमाम इरफान और चौकी प्रभारी विनोद कुमार के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि पुलिस ने इरफान के साथ अभद्रता की और उसे पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया, जहाँ बाद में उसे छोड़ दिया गया।

घटना के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के पदाधिकारी इरफान को लेकर एसएसपी के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद एसएसपी ने चौकी प्रभारी का तबादला कर दिया था। इसी शिकायत के बाद, भावनात्मक रूप से टूटे इरफान ने आक्रोशित होकर एक उग्र बयान दिया, जिसमें उन्होंने दरोगा के खिलाफ गंभीर धमकी दी। यही वीडियो अब वायरल होने के बाद उनके लिए मुसीबत का कारण बन गया है।