मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने एसडीएम सदर निकिता शर्मा के खिलाफ शासन को शिकायत पत्र भेजा है। उन्होंने एसडीएम पर भूमाफियाओं के साथ मिलकर अवैध प्लॉटिंग कराने का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले की जांच प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है।
पुरकाजी सुरक्षित सीट से रालोद विधायक और कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने बताया कि सरकार भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर चल रही है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसडीएम सदर भूमि माफियाओं के साथ मिलीभगत कर अवैध तरीके से प्लॉटिंग करवा रही हैं। शिकायत मिलने के बाद शासन के उप सचिव ने डीएम उमेश मिश्रा को जांच के लिए पत्र लिखा है, और जिला स्तर पर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एसडीएम के खिलाफ पहले भी सपा सांसद ने की शिकायत
इससे पहले सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने एसडीएम सदर पर जनता की कॉल रिसीव न करने का आरोप लगाते हुए डीएम को पत्र लिखा था। सांसद ने कहा था कि जनसंपर्क के लिए वे कई बार कॉल करते हैं, लेकिन एसडीएम द्वारा कॉल रिसीव नहीं की जातीं। उनका यह पत्र काफी चर्चा में रहा था।
पुलिस के बाद अब प्रशासनिक अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप
कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने पुलिस में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और थानों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। इसके बाद उनकी सुरक्षा हटाए जाने और फिर बहाल किए जाने का मामला भी सुर्खियों में रहा। शाहपुर थाने की हरसौली चौकी क्षेत्र में पुलिस कर्मियों पर रिश्वत लेने के आरोप लगे, जिन पर कार्रवाई भी हुई। अब पुलिस के बाद प्रशासनिक अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
अनिल कुमार का स्पष्ट संदेश: भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले अधिकारी और कर्मचारी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। प्रशासन को जनता के काम करने होंगे और समस्याओं का समाधान करना होगा।
एसडीएम का बयान: मुझे कोई शिकायत पत्र प्राप्त नहीं हुआ
एसडीएम सदर निकिता शर्मा ने कहा कि उनके पास इस तरह का कोई पत्र नहीं आया है। जनवरी से इस विषय पर बातें हो रही हैं, लेकिन उनसे इस मामले में कोई पूछताछ नहीं हुई है।
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