जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की अस्थियों का विसर्जन शनिवार को प्रयागराज के संगम तट पर किया गया। शुभम की पत्नी एशान्या द्विवेदी अपने परिजनों के साथ अस्थि कलश लेकर प्रयागराज पहुंचीं। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार संगम में अस्थियां विसर्जित की गईं।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेस से जुड़े स्थानीय नेता भी मौजूद रहे। पूर्व महानगर अध्यक्ष प्रदीप कुमार मिश्र अंशुमन ने मांग की कि शुभम द्विवेदी को शहीद का दर्जा दिया जाए और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। अन्य नेताओं ने भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ नाराज़गी जाहिर की। उपस्थित प्रमुख लोगों में लल्लन पटेल, विनय पांडेय, अब्दुल कलाम आजाद, श्वेता श्रीवास्तव, चंद्र विशाल, बृजेश सिंह, इरशाद उल्ला और अभिषेक शुक्ला शामिल रहे।
22 अप्रैल को हुआ था भीषण आतंकी हमला
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। हमले में शामिल आतंकियों ने पहले यात्रियों से नाम और धर्म पूछा और फिर पहचान के आधार पर गोलीबारी की। रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ पुरुषों को कपड़े उतरवाकर उनकी पहचान की पुष्टि की गई और उसके बाद हमला किया गया।
कानपुर के निवासी 26 वर्षीय शुभम द्विवेदी अपने माता-पिता, पत्नी, बहन, बहनोई और अन्य रिश्तेदारों के साथ पहलगाम घूमने गए थे। इसी दौरान वे आतंकियों के हमले की चपेट में आ गए। घटना के बाद पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।