उत्तर प्रदेश में विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से शुरू होगा। यह सत्र अल्पकालीन होगा और इसकी अवधि चार से पांच दिन रहने की संभावना है। सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा और पारित होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सत्र में चुनाव आयोग द्वारा संचालित मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) को लेकर विपक्ष और सत्ताधारी दल के बीच तीखी बहस हो सकती है।
विपक्षी दलों ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर लगातार सत्ताधारी पार्टी भाजपा पर हमलावर रुख अपनाया है और विधानसभा सत्र में इसी मुद्दे पर हंगामा होने की उम्मीद जताई जा रही है।