शनिवार देर रात उत्तरकाशी जनपद में हुई भारी बारिश के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई। गंगोत्री हाईवे पर चार स्थानों पर भूस्खलन के कारण मार्ग लगभग दस घंटे तक अवरुद्ध रहा, जबकि यमुनोत्री मार्ग पर कई जगह सड़कें बह जाने से यात्रा रोक दी गई।
गंगोत्री मार्ग पर भारी मलबा, घंटों चला मलबा हटाने का कार्य
भारी बारिश के बाद गंगोत्री हाईवे नेताला, लालढांग, बिशनपुर, डबराणी और सोनगाड के बीच मलबा और भूस्खलन के कारण बंद हो गया था। बीआरओ की टीम ने बिशनपुर और लालढांग के पास तीन घंटे की मेहनत के बाद मार्ग आंशिक रूप से बहाल किया। नेताला के समीप भी छह घंटे बाद रास्ता साफ हो सका, जबकि डबराणी और सोनगाड के बीच यातायात बहाल करने में दस घंटे का समय लगा।
यमुनोत्री हाईवे पर कई हिस्से बहे, यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई
पालीगाड़ से ओजरी तक यमुनोत्री मार्ग पर जगह-जगह नदी और नालों के उफान पर आने से सड़क को भारी नुकसान हुआ है। पालीगाड़, झरझरगाड़, कुथनौर, सिलाई बैंड और ओजरी क्षेत्र में लगभग 20 से 30 मीटर सड़क बह गई है। एनएच विभाग की टीमें मार्ग को बहाल करने में जुटी हैं।
850 यात्रियों को रोका गया, वैकल्पिक रूट से भेजे जा रहे श्रद्धालु
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जानकारी दी कि गंगोत्री से लौटने वाले यात्रियों को ऋषिकेश और देहरादून की ओर डायवर्ट किया जा रहा है। वहीं यमुनोत्री धाम की ओर जा रहे करीब 850 यात्रियों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है, जब तक मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाता।
 
                 
                 
                 
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                     
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        