मुजफ्फरनगर में साइबर थाना पुलिस ने हरियाणा के हिसार जिले के हांसी निवासी नसीबदीन को गिरफ्तार किया है। वह ईडी अधिकारी की पत्नी को ट्रेडिंग में भारी मुनाफा होने का लालच देकर 65 लाख रुपये ठगने के मामले में पकड़ा गया। इससे पहले इस मामले में एक और आरोपी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि साइबर थाना की टीम, प्रभारी सुल्तान सिंह और गौरव चौहान के नेतृत्व में, नसीबदीन को गिरफ्तार कर मामले की तहकीकात कर रही थी। जांच में सामने आया कि आरोपी के खाते में दस करोड़ 82 लाख रुपये का लेनदेन दर्ज है।
पुलिस के अनुसार, नसीबदीन ने बताया कि कोरोना से पहले वह हांसी में एक दुकान चलाता था, जिसे महामारी के दौरान बंद करना पड़ा। इसी दौरान उसकी मुलाकात जीवन नामक व्यक्ति से हुई। उसने नसीबदीन से बैंक खाते की डिटेल मांगी और पासबुक, चेक बुक और एटीएम देने के एवज में डेढ़ लाख रुपये देने का वादा किया। नसीबदीन ने सभी दस्तावेज उस व्यक्ति को सौंप दिए और पचास हजार रुपये एडवांस में प्राप्त किए।
कुछ समय बाद दस्तावेज वापस लौटाए गए, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। दुकान बंद होने के बाद नसीबदीन ने परिवार का खर्च चलाने के लिए ई-रिक्शा चलाना शुरू किया। जांच में पता चला कि आरोपी के खाते में ईडी अधिकारी की पत्नी के चार खातों से कुल 65 लाख रुपये जमा हुए थे। आरोपी लगातार मोबाइल नंबर बदलता रहा।
एसपी क्राइम ने बताया कि इसी गिरोह का एक और सदस्य अजहर उल्ला को पहले ही 26 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। उसके खाते में भी ईडी अधिकारी की पत्नी के 18 लाख रुपये जमा पाए गए थे। साइबर थाना अब गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है।
लेनदेन का आंकड़ा:
पुलिस की जांच में सामने आया कि नसीबदीन के खाते में कुल 10 करोड़ 82 लाख 62 हजार रुपये का लेनदेन हुआ। इस पर 17 ऑनलाइन शिकायतें दर्ज हैं। इसके अलावा, हरियाणा की सोनीपत पुलिस ने भी उसे ठगी के मामले में जेल भेजा था।
यह है मामला:
पीड़ित महिला को एक टेलीग्राम ग्रुप के जरिए जोड़ा गया, जिसका एडमिन सुरेंद्र कुमार दुबे था। इस ग्रुप के माध्यम से महिला को यूएस/आईएनडी स्टॉक्स में निवेश करने और भारी मुनाफा कमाने के बारे में जानकारी दी गई। मुनाफा न मिलने पर ठगी का खुलासा हुआ और मामला सामने आया।