गांधी नगर निवासी 12वीं का छात्र ऋषभ मिठास पढ़ने में काफी होशियार था। उसके स्कूल में मैथ का प्रैक्टिकल चल रहा था। उसके पिता स्कूल छोड़कर गए थे। उसका शव प्रशिक्षण केंद्र में मिला। मौत की खबर के बाद इमरजेंसी पहुंचे परिजनों ने स्कूल पर हत्या का आरोप लगा कर हंगामा किया और एमजी रोड पर जाम लगा दिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाबुझाकर जाम खुलवाया। इस दौरान करीब 15 मिनट रास्ता जाम रहा।

वहीं बेटे की मौत से मां रूपाली और पिता ब्रह्मदत्त मिठास बेहाल हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में दोनों रोये जा रहे थे। उन्हें रिश्तेदार संभाल रहे थे। पिता ने आरोप लगाया कि वह बेटे को पौने दस बजे स्कूल के गेट पर छोड़कर गए थे। वह गेट के अंदर जा रहा था। इस पर वो चले गए। वह प्रशिक्षण केंद्र में कैसे पहुंचा। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटे की हत्या की गई है। 

ऋषभ की मौत के बाद इमरजेंसी में परिजनों के समझाते पुलिस अधिकारी

ब्रह्मदत्त मिठास ने बताया कि स्कूल प्रशासन और पुलिस ने उन्हें गुमराह किया। उन्हें पहले बताया गया था कि वह स्कूल नहीं आया। दस मिनट बाद दोबारा कॉल करके बताया गया कि वह पानी पीने गया था। गिरकर घायल हो गया है। उसे इमरजेंसी लेकर गए हैं। पुलिस ने घटना की जानकारी नहीं दी। पुलिस बाद में शव स्ट्रेचर पर लेकर आई। पिता ब्रह्मदत्त वजीरपुरा में जनरल स्टोर की दुकान चलाते हैं। ऋषभ दो बेटों में बड़ा था। छोटा बेटा ओमांश है। वह कक्षा दस में पढ़ता है।

ऋषभ की मौत के बाद इमरजेंसी में पहुंचे पुलिस अधिकारी

पुलिस ने बताया कि ऋषभ के बैग में उसकी एक नोटबुक मिली। इसमें काले पेन से अंग्रेजी में लिखा था कि सॉरी रियली एम आई एन कावर्ड। यानि माफ करना मैं सच में कायर हूं। एक काला पेन भी मिला। आशंका है कि यह सुसाइड नोट हो सकता है। मगर, छात्र को कूदते हुए किसी ने नहीं देखा। प्रशिक्षण केंद्र में वह सिर्फ पड़ा मिला। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है।

छात्र ऋषभ मिठास का फाइल फोटो

पिता ने बताया कि बेटे ऋषभ को 9:45 बजे स्कूल के गेट पर छोड़ा। स्कूल प्राचार्य के मुताबिक, ऋषभ 9:57 बजे स्कूल के गेट के अंदर न आकर अभिभावक के जाने के बाद ही विद्यालय के गेट के बायीं दिशा में अतिथि गृह की ओर सड़क पर चला गया। प्रशिक्षण केंद्र के हॉस्टल और कोचिंग सेंटर का गेट खंदारी स्थित सर्विस रोड की तरफ है। मगर, ऋषभ गेट से नहीं आया है। सीसीटीवी में 10:07 बजे ऋषभ खंदारी कैंपस की ओर से दीवार फांदकर अंदर आता नजर आया है। वह अकेला ही दिख रहा है। 10:08 बजे वह कोचिंग सेंटर के पीछे टंकी के पास पानी पीता नजर आया। वह दो बार पानी के नल की तरफ गया। यहां पुरानी टंकी को देखता है। 10:45 बजे उसे एक छात्र ने पड़ा देखा। इस पर अधीक्षक को सूचना दी गई। पिता के अनुसार करीब साढ़े ग्यारह बजे उन्हें बेटे की मौत की सूचना मिली।

छात्र ऋषभ का इस जगह मिला शव

थानाध्यक्ष न्यू आगरा ने बताया कि छात्र के कुछ सहपाठियों से बात की गई। उन्होंने बताया कि दिसंबर में टर्म एक की परीक्षा हुई थी। इसका रिजल्ट हाल ही में आया था। वह तनाव में था। एक महीने से आपस में कम बात कर रहा था। उसे समझाया भी था। वह काफी होशियार था। उसके हाईस्कूल में 80 प्रतिशत से अधिक नंबर आए थे।

घटनास्थल

प्रशिक्षण केंद्र में छात्र की मौत की गुत्थी हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी हुई है। वह केंद्र के परिसर में दीवार फांदकर अकेला आता नजर आ रहा है। वह परिसर में घूमता भी है। बाद में उसकी लाश पड़ी मिलती है। परिजनों ने स्कूल वालों पर हत्या का आरोप लगाया। षड्यंत्र की बात कही। पुलिस ने जांच की। पुलिस का कहना है कि जिस स्थिति में लाश मिली, उससे उसके तीसरी मंजिल से गिरने की आशंका है। प्रथम दृष्टया मामला छात्र के गिरकर मौत का लग रहा है। आशंका है कि उसने आत्महत्या की है। हालांकि अभी जांच की जा रही है। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं।