कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक मामलों के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला सोमवार को बंगलूरू के दौरे पर हैं, जहां वे पार्टी विधायकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। उनके इस दौरे को लेकर सियासी हलकों में चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि कर्नाटक कांग्रेस संगठन में अहम फेरबदल हो सकते हैं।
चौंकाने वाली बात यह रही कि राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर को भी सुरजेवाला की यात्रा की स्पष्ट जानकारी नहीं थी। जब उनसे इस विषय पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मुझे नहीं मालूम कि सुरजेवाला क्यों आ रहे हैं। संभवतः वे पार्टी संगठन से जुड़े मुद्दों या आगामी जिला और तालुका पंचायत चुनावों को लेकर चर्चा करें। पार्टी में जब मतभेद उभरते हैं तो हाईकमान हस्तक्षेप करता है, और यह उसी प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है।”
ज्ञात हो कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाएं अक्सर चर्चा में रहती हैं। पूर्व में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच “ढाई-ढाई साल” के सत्ता-साझेदारी फॉर्मूले की चर्चा भी हो चुकी है। ऐसे में सुरजेवाला की यात्रा को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि शायद डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाए जाने की दिशा में कोई फैसला हो सकता है।
सिद्धारमैया का जवाब – सरकार पूरे पांच साल चलेगी
इन चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि सरकार पूरी मजबूती से चल रही है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार मजबूत है, हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। सुरजेवाला संगठन को मजबूती देने के लिए आ रहे हैं, यह उनका दायित्व है। मैं और डीके शिवकुमार एक साथ हैं और सरकार पूरी अवधि तक एकजुट रहेगी। भाजपा अफवाहें फैलाने के लिए जानी जाती है और यही वह इस समय कर रही है।”
राज्य मंत्री केएन राजन्ना ने भी जताई बदलाव की संभावना
सरकार में मंत्री केएन राजन्ना ने हाल ही में बयान दिया कि सितंबर के बाद राजनीतिक परिदृश्य में बड़े परिवर्तन संभव हैं। उन्होंने कहा, “चाहे कर्नाटक हो या राष्ट्रीय राजनीति, आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। 75 वर्ष से अधिक उम्र वालों को सार्वजनिक पद पर नहीं रखने की नीति को ध्यान में रखते हुए भाजपा में भी नेतृत्व परिवर्तन संभव है।”
राजन्ना ने यह भी कहा कि कर्नाटक कांग्रेस के भीतर भी मंत्रीमंडल में फेरबदल की मांग उठ रही है। “कई नेता मंत्री बनने की इच्छा रखते हैं, सभी के अपने-अपने एजेंडे हैं, जो सितंबर के बाद सामने आ सकते हैं,” उन्होंने जोड़ा।
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