प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिलायंस एडीए समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी को कथित बैंक ऋण घोटाले और धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए 14 नवंबर को तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी उनसे भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से जुड़े एक बड़े बैंक लोन फ्रॉड से संबंधित सवालों के जवाब मांगेगा।
यह पहला मौका नहीं है जब अंबानी से पूछताछ हो रही है। इससे पहले अगस्त में भी उनसे इसी मामले में पूछताछ की गई थी। हाल ही में एजेंसी ने अंबानी समूह की कंपनियों से जुड़ी करीब 7,500 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया था।
ईडी की यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (षड्यंत्र), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं शामिल हैं।
रिलायंस समूह की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा गया कि कुर्क की गई अधिकांश संपत्तियां रिलायंस कम्युनिकेशंस की हैं, जो वर्तमान में समाधान पेशेवर (आरपी) और भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाली ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) के नियंत्रण में है।
ईडी की जांच का फोकस कथित तौर पर उस फंड फ्लो और वित्तीय लेनदेन पर है, जो समूह की विभिन्न इकाइयों के माध्यम से हुआ बताया जा रहा है। एजेंसी आने वाले दिनों में अनिल अंबानी से इन लेनदेन के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल कर सकती है।