सरकार ने सोमवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। हालांकि, इससे आम उपभोक्ताओं पर कोई अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है और अमेरिका की ओर से टैरिफ को लेकर प्रतिक्रिया दी गई है। यह नई दरें 8 अप्रैल से लागू होंगी। इस संबंध में सरकार ने आधिकारिक अधिसूचना भी जारी की है।
अब कितना है नया उत्पाद शुल्क
नई व्यवस्था के तहत पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़कर ₹13 प्रति लीटर और डीजल पर ₹10 प्रति लीटर हो गई है।
शुरुआत में भ्रम की स्थिति
जैसे ही अधिसूचना जारी हुई, अफवाहें फैलने लगीं कि पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतें भी बढ़ाई जा रही हैं और इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। हालांकि, सरकार ने खुदरा मूल्य में बदलाव को लेकर कोई सीधी जानकारी नहीं दी थी, जिससे असमंजस की स्थिति बन गई।
बाद में स्पष्ट हुआ कि आम लोगों को राहत देने के लिए बढ़े हुए एक्साइज ड्यूटी को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में संभावित कटौती के साथ एडजस्ट किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट के चलते खुदरा कीमतों को स्थिर रखने का विकल्प खुला है।