ओडिशा के जलेश्वर में धर्म परिवर्तन के आरोप के बाद तनाव फैल गया है। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। मामला गंगाधर गांव का है, जहां कुछ पादरी और नन एक वर्ष पूर्व मृतक की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रार्थना सभा में शामिल होने आए थे। प्रार्थना के बाद लौटते समय करीब 70 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया।
पुलिस के अनुसार, लोगों को शक था कि ये धर्म परिवर्तन की कोशिश कर रहे हैं। सिरो मालाबार चर्च ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि यह हमला केवल चर्च या पादरियों पर नहीं, बल्कि संविधान पर हमला है।
घटना के दौरान हमलावरों ने एक पादरी का मोबाइल फोन भी छीन लिया और स्थानीय लोगों पर भी हमला किया। उन्होंने पादरियों और ननों के कपड़े फाड़ दिए और उनके वाहन के टायर की हवा निकाल दी।
यह घटना छत्तीसगढ़ के दुर्ग केंद्रीय कारागार से केरल की दो ननों की हालिया जमानत के बाद हुई है, जिन पर बजरंग दल ने मानव तस्करी और जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप लगाए थे, जो बाद में गलत साबित हुए। पुलिस ने हमले में शामिल लोगों के बयान दर्ज किए हैं और मामले की जांच जारी है।