अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे की जांच में एक नया मोड़ आया है। गुजरात एटीएस को दुर्घटनास्थल से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) मिला है। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि इस DVR की जल्द ही फोरेंसिक टीम द्वारा जांच की जाएगी, जिससे हादसे से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।
इस दुखद हादसे में अब तक 265 लोगों की जान जा चुकी है। लंदन के लिए रवाना हुआ यह विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद सरदार वल्लभभाई पटेल मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से जा टकराया। विमान में 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 241 की मृत्यु हो चुकी है। हॉस्टल में कितने लोग हताहत हुए, इसकी आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है।
क्या होता है विमान का DVR
विमान में लगा DVR, सीसीटीवी प्रणाली की तरह काम करता है और विमान के अंदर व बाहर लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखता है। यह प्रणाली यात्रियों की गतिविधियों के साथ-साथ केबिन और विमान के बाहरी हिस्से के दृश्य भी रिकॉर्ड करती है। पायलट को यह उपकरण बाहर के दृश्य की निगरानी में सहायक होता है और उड़ान के हर पल की जानकारी दर्ज करता है।
ब्लैक बॉक्स से कैसे अलग है DVR
हालांकि ब्लैक बॉक्स और DVR दोनों ही विमान सुरक्षा के लिए अनिवार्य होते हैं, लेकिन दोनों की कार्यप्रणाली अलग है। ब्लैक बॉक्स में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर होता है, जो कॉकपिट की आवाज और तकनीकी आंकड़े रिकॉर्ड करता है। वहीं, DVR वीडियो फुटेज को रिकॉर्ड करता है, जो हादसे से पहले और बाद की परिस्थितियों को समझने में उपयोगी होता है।
लगातार करता है रिकॉर्डिंग
विमान में लगा DVR लगातार और बिना रुके पूरी उड़ान के दौरान वीडियो रिकॉर्ड करता है। इसे अत्यंत मजबूत और टिकाऊ बनाया जाता है ताकि किसी भी आपात स्थिति में भी यह सुरक्षित रहे। DVR का वीडियो डेटा दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।