मुजफ्फरनगर के डीएवी डिग्री कॉलेज बुढ़ाना के छात्र उज्ज्वल राणा के आत्मदाह मामले में अदालत ने प्राचार्य प्रदीप कुमार की जमानत पर बहस को स्थगित करते हुए सुनवाई की अगली तारीख 8 दिसंबर निर्धारित की है।

वादी पक्ष की ओर से प्रस्तुत तर्क में बताया गया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक अदालत को नहीं मिली। इसके साथ ही उज्ज्वल के आरोपों की वीडियो रिकॉर्डिंग पेनड्राइव के माध्यम से पेश की गई और शपथपत्र भी दाखिल किया गया। अदालत ने छात्र के आरोपों को सुना और मामले की जांच में शामिल सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए सुनवाई स्थगित कर दी।

वादी सलोनी राणा ने 7 नवंबर को प्राचार्य प्रदीप कुमार के खिलाफ पहला मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में दूसरा प्रार्थनापत्र भी दाखिल किया गया, जिसे जांच में शामिल किया गया। मामले में प्रबंधक अरविंद कुमार गर्ग, प्राचार्य प्रदीप कुमार, पीटीआई संजीव कुमार, एसआई नंद किशोर, सिपाही ज्ञानवीर और विनीत कुमार के नाम शामिल हैं। एसएसपी संजय वर्मा ने तीनों पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर किया था, जबकि प्राचार्य के अलावा पीटीआई को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।

परिजनों का आरोप:
उज्ज्वल के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मी उन्हें धमका रहे हैं और फैसले पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इस संबंध में एसएसपी को प्रार्थनापत्र भी सौंपा जा चुका है। बुधवार को परिजन मीडिया के सामने अपनी पीड़ा साझा करेंगे। मृतक के चाचा सचिन राणा ने भी सुरक्षा का खतरा जताया है।

उज्ज्वल राणा के आत्मदाह की घटना का समयरेखा:

  • 06 नवंबर: परीक्षा शुल्क को लेकर कॉलेज में कहासुनी।

  • 07 नवंबर: प्राचार्य और अन्य पर पिटाई और उत्पीड़न का आरोप।

  • 08 नवंबर: कॉलेज में आत्मदाह का प्रयास।

  • 09 नवंबर: बुढ़ाना में हंगामा, सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मौत।

  • 10 नवंबर: डीएवी कॉलेज के सामने हंगामा, अंतिम संस्कार।

  • 11 नवंबर: पीटीआई संजीव कुमार की पहली गिरफ्तारी।

  • 12 नवंबर: उज्ज्वल की अस्थियां बिजनौर बैराज में विसर्जित।

  • 13 नवंबर: प्राचार्य द्वारा अंतरिम जमानत अर्जी दाखिल।

  • 14 नवंबर: वादी और परिजन कलक्ट्रेट पहुंचे, पुलिस पर नाराजगी।

  • 15 नवंबर: प्राचार्य प्रदीप कुमार गिरफ्तार, अदालत ने जेल भेजा।

  • 16 नवंबर: बुढ़ाना में शोक सभा।