मोदी सरकार की बहुप्रचारित “हर घर नल से जल” योजना एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस ने जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के सांसद मणिक्कम टैगोर ने दावा किया है कि इस योजना में करीब ₹2 लाख करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।

कांग्रेस ने उठाए सवाल, दावों और जमीनी हकीकत में फर्क

सरकार जहां जल जीवन मिशन को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए 89% ग्रामीण कवरेज का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस का कहना है कि वास्तव में लगभग 30% घरों को ही नियमित रूप से जल आपूर्ति हो रही है। एक स्वतंत्र अध्ययन का हवाला देते हुए कांग्रेस का आरोप है कि आंकड़ों में हेरफेर कर दिखाया गया है कि अधिकतर घरों में नल का जल पहुंच रहा है, लेकिन केवल 39% परिवार ही इसे प्राथमिक स्रोत के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों में यह संख्या महज 6% से 30% के बीच बताई गई है।

‘जल जीवन नहीं, ठेकेदार जीवन मिशन’—कांग्रेस का तंज

कांग्रेस ने इस योजना को "जल जीवन मिशन" की बजाय "ठेकेदार जीवन मिशन" बताया है। पार्टी का आरोप है कि बिना पर्याप्त जल स्रोत सुनिश्चित किए पाइपलाइन बिछाई गई, जिससे जगह-जगह लीक और खराबी की स्थिति बनी हुई है। गर्मियों में कई इलाकों में नलों से पानी नहीं आता, तो कुछ स्थानों पर दूषित और दुर्गंधयुक्त जल आपूर्ति हो रही है।

योजनाएं अधूरी, केंद्र ने भी मानी खामियाँ: कांग्रेस

कांग्रेस ने दावा किया कि अब केंद्र सरकार भी परियोजना की खामियों को लेकर चिंतित है। कई राज्यों को कहा गया है कि जब तक योजना को टिकाऊ नहीं बनाया जाएगा, तब तक अतिरिक्त वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी। इस स्थिति में राज्यों को अपनी निधि से सुधार कार्य कराने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

कर्नाटक में किसानों ने जल संकट को लेकर विरोध जताया, तो उत्तर प्रदेश में ग्रामीणों ने शिकायत की कि उन्हें पेट्रोल जैसी गंध वाला पानी मिल रहा है। मध्य प्रदेश में भी जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं।

CAG ऑडिट की मांग, 'हर पाइप नहीं, हर घर तक पहुंचे पानी': कांग्रेस

कांग्रेस ने अब इस पूरे मामले की कैग (CAG) से ऑडिट करवाने की मांग की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि लाखों टेंडर भाजपा समर्थक ठेकेदारों को दिए गए, लेकिन पानी की आपूर्ति संतोषजनक नहीं है। कांग्रेस ने सरकार पर “जनहित नहीं, ठेकेदार हित” को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि “हर घर जल” का मतलब सिर्फ दीवार पर लगा नल नहीं, बल्कि वास्तव में चालू जल आपूर्ति होनी चाहिए।