नई दिल्ली। हाल ही में इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) अब एयरलाइन के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी में है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि DGCA ने इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय पैनल गठित किया था, और रिपोर्ट मिलने के बाद एयरलाइन पर विस्तृत और सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस महीने की शुरुआत में हुए परिचालन संकट के बाद DGCA ने इंडिगो के शीतकालीन समय-सारणी में लगभग 10 प्रतिशत की कटौती की है। परिचालन में आई परेशानी से पहले इंडिगो रोजाना लगभग 2,300 उड़ानें संचालित करती थी। अधिकारी ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य भविष्य में तकनीकी और परिचालन संबंधी समस्याओं को रोकना है।
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या अन्य एयरलाइंस के शेड्यूल पालन की निगरानी भी की जा रही है, तो अधिकारी ने कहा कि कोहरे और छुट्टियों के मौसम में एयरलाइंस को यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। उनका कहना था, “हमारा लक्ष्य है कि इस तरह की समस्याएं दोबारा न हों।”
इसी बीच, इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने गुरुवार को भविष्य की रणनीति साझा करते हुए कहा कि कंपनी की पूरी ऊर्जा अब परिचालन सुधार पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि एयरलाइन तीन प्रमुख स्तंभों — लचीलापन, मूल कारण विश्लेषण और पुनर्निर्माण — पर ध्यान दे रही है। एल्बर्स ने कहा कि कंपनी उन सभी कारणों को जड़ से समाप्त करने का प्रयास कर रही है जिनकी वजह से उड़ानें प्रभावित हुईं।