नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की ओर से हाल में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द किए जाने के मामले में अब प्रतिस्पर्धा आयोग ने हस्तक्षेप करने के संकेत दिए हैं। आयोग की अध्यक्ष रवनीत कौर ने शुक्रवार को कहा कि प्रारंभिक जानकारी के आधार पर इंडिगो के संचालन से जुड़े घटनाक्रमों की विस्तृत जांच करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि हालिया उड़ान व्यवधानों के कारण देशभर के हवाई अड्डों पर यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिससे विमानन क्षेत्र की छवि पर भी असर पड़ा। कौर के अनुसार, आयोग के पास उपलब्ध तथ्यों और सूचनाओं को देखते हुए मामला आगे जांच के योग्य पाया गया है।
आयोग की अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह जांच पूरे विमानन क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि फिलहाल केवल इंडिगो से संबंधित जानकारियों के आधार पर ही कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि आयोग ने अभी जांच का दायरा किसी अन्य एयरलाइन तक बढ़ाने का फैसला नहीं किया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रतिस्पर्धा अधिनियम की धारा 4 के तहत बाजार में प्रभुत्व के दुरुपयोग की भी पड़ताल की जाएगी, कौर ने कहा कि इस संबंध में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इंडिगो की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी करीब 65 प्रतिशत मानी जाती है।
गौरतलब है कि 2 दिसंबर से इंडिगो ने सैकड़ों उड़ानें रद्द की थीं, जिससे हजारों यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ी। इस पूरे घटनाक्रम की जांच विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए भी कर रहा है। डीजीसीए ने पहले ही मामले में एयरलाइन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर एल्बर्स और मुख्य परिचालन अधिकारी इसिड्रे पोरक्वेरास को तलब किया था। उड़ान व्यवधान का मुद्दा संसद के शीतकालीन सत्र में भी उठाया गया था।